आइ केयर ऑपरेशन थिएटर टैकनीशियन कोर्स
Your eyes are an important part of your health. Most people rely on their eyes to see and make sense of the world around them. Take this course and learn OTT Operation Theatre Technician course in hindi and become healthcare professional assistant.
पाठ्यक्रम का परिचय
ऑपरेशन थिएटर (ओटी) तकनीशियन सर्जिकल टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। वे ऑपरेटिंग थियेटर और उसके उपकरणों को तैयार और रखरखाव करते हैं, ऑपरेशन के दौरान सर्जिकल टीम की सहायता करते हैं और रिकवरी रूम में मरीजों को सहायता प्रदान करते हैं। यह कोर्स नेत्रचिकित्सालय और क्लीनिक में काम करने वाले ऑपरेशन थिएटर टैकनीशियन के लिए बनाया गया है| इसका लक्ष्य ऑपरेशन थिएटर प्रबंधन के महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट्स को सुदृढ़ करना है, जिसमें शामिल है:
- ओ.टी. को सर्जरी के लिए तैयार करना
- इन्फेक्शन पर नियंत्रण
- उपकरणों की देखभाल,इत्यादि|
- आँख की सर्जरी वाले मरीजों को संभालना
- उपयोग होने वाले उपकरण
- उनकी जिम्मेदारियाँ
ऑपरेशन थिएटर (ओटी) तकनीशियन सर्जिकल टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। वे ऑपरेटिंग थियेटर और उसके उपकरणों को तैयार और रखरखाव करते हैं, ऑपरेशन के दौरान सर्जिकल टीम की सहायता करते हैं और रिकवरी रूम में मरीजों को सहायता प्रदान करते हैं।
यह मोड्यूल ऑपरेशन थिएटर के मेंटेनेंस में ओ.टी. टैकनीशियन की जिम्मेदारियों पर जोर देगा|
यह मोड्यूल बताएगा कि अस्पताल में इन्फेक्शन कैसे होता है और इसको रोकने के क्या-क्या तरीके हैं| इससे ओ.टी. टैकनीशियन सुरक्षित तरीकों को अपनाएगा जिससे वह खुद को और मरीज को इन्फेक्शन होने से बचा सके|
पोस्ट-सर्जिकल इन्फेक्शन को रोकने का एक तरीका यह भी है कि सर्जरी में स्टेरेलाईज़ उपकरणों का इस्तेमाल किया जाये| यह मोड्यूल स्टेरेलाईज़ेशन के विभिन्न तरीकों के बारे में बताएगा|
अनेस्थिसिया का इस्तेमाल मरीज को आराम दिलाने में और दर्द को नियंत्रण में लाने के लिए किया जाता है जिससे सर्जन सावधानीपूर्वक सर्जरी कर सके|
यह मोड्यूल ओफ्थेल्मिक सर्जरी में उपयोग होने वाले विभिन्न उपकरणों की विस्तार में जानकारी देगा|
यह मोड्यूल आँख की सर्जरी में ऑपरेशन से पहले, ऑपरेशन के समय और उसके बाद मरीज की देखभाल के बारे में बताएगा|
गुणवत्ता आश्वासन और निगरानी सभी स्वास्थ्य देखभाल संगठनों में एक महत्वपूर्ण पहलू बन गया है और इसका उद्देश्य मरीज की देखभाल में सुधार करना है।
इस मॉड्यूल में संक्षेप में बताया गया है कि कुछ सामान्य दिन-प्रतिदिन स्थिति में रोगियों के साथ प्रभावी संचार कैसे किया जाना चाहिए।